फ्लोटिंग सोलर बैठाने के लिए इस Renewable Energy कंपनी को मिला करोड़ों का आर्डर, शेयर ने मचाया धूम

Renewable Energy: नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक और बड़ी खबर सामने आई है। स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी (Sterling and Wilson Renewable Energy Ltd) को 328 करोड़ रुपये का एक विशाल आर्डर मिला है। यह आर्डर फ्लोटिंग सोलर प्लांट के लिए है, जो कि सौर ऊर्जा उत्पादन का एक नया और इनोवेटिव तरीका है। इस आर्डर के मिलने से कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। आइए जानते हैं इस खबर के बारे में विस्तार से।

बाजार में चमक रहा है यह रिन्यूएबल एनर्जी शेयर

भारत के ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से बढ़ते हुए निवेश को दर्शाते हुए, स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के शेयरों में 26 जुलाई 2024 को जबरदस्त उछाल देखी गई है। कंपनी को हाल ही में प्राप्त हुए ₹328 करोड़ के दो नए ऑर्डरों की खबर के बाद निवेशकों ने इस शेयर में भारी दिलचस्पी दिखाई है।

ये ऑर्डर राजस्थान में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम और कर्नाटक में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए हैं। विशेष रूप से, राजस्थान में 1,000 मेगावाट घंटे की बीईएसएस परियोजना के लिए कंपनी को इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) का ठेका मिला है। इस सकारात्मक विकास के कारण कंपनी का शेयर बीएसई पर 5% के अपर सर्किट पर पहुंच गया है।

पिछले एक साल में इस (NSE: SWSOLAR) शेयर ने निवेशकों को लगभग 87% का रिटर्न दिया है, जो कि भारतीय शेयर बाजार में एक उत्कृष्ट प्रदर्शन है। इस साल की शुरुआत से ही इस शेयर ने 52.22% की उछाल दर्ज की है।

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स्टर्लिंग एंड विल्सन का भारत में बड़ा दांव

स्टर्लिंग एंड विल्सन ने भारत में ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने 500 x 2 मेगावाट घंटे का एक स्टैंडअलोन बैटरी ऊर्जा भंडारण सिस्टम (BESS) प्लांट स्थापित करने की घोषणा की है। यह प्लांट न केवल भारत में अपनी तरह का सबसे बड़ा होगा बल्कि विश्व स्तर पर भी इस पैमाने की कुछ चुनिंदा परियोजनाओं में से एक होगा। इस परियोजना को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है, जिससे भारत की मौजूदा ऊर्जा भंडारण क्षमता में काफी वृद्धि होगी जो वर्तमान में लगभग 219 मेगावाट घंटे है।

केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) द्वारा जारी राष्ट्रीय विद्युत योजना 2023 में ऊर्जा भंडारण क्षमता की आवश्यकता में उल्लेखनीय वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। योजना के अनुसार 2026-27 तक 82.37 गीगावाट घंटे की ऊर्जा भंडारण क्षमता का लक्ष्य रखा गया है। स्टर्लिंग एंड विल्सन इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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कंपनी को मिला फ्लोटिंग सोलर बैठाने का प्रोजेक्ट

इसके अलावा, कंपनी ने कर्नाटक में 20 मेगावाट का एक फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट भी हासिल किया है। यह प्रोजेक्ट भारत में कंपनी द्वारा शुरू किया गया तीसरा फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट है।

Sterling and Wilson Renewable Energy Ltd ग्रुप के ग्लोबल सीईओ अमित जैन ने कहा कि ये परियोजनाएं भारत को मजबूत और विश्वसनीय नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह कंपनी को तेजी से बढ़ते सौर और ऊर्जा भंडारण बाजार में एक मजबूत स्थिति प्रदान करेगा।

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